Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
उन्होंने कहा कि कोई व्यक्ति हिंदू हो, सिख हो, बौद्ध हो, मुस्लिम हो, ईसाई हो या पारसी, सभी को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है। बतौर मुख्यमंत्री, मेरी जिम्मेदारी है कि मैं सभी का ख्याल रखूं। हम सभी की परवाह करते हैं।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को विधानसभा में कहा कि संप्रभुता, धर्मनिरपेक्षता और बहुलवाद भारतीय लोकतंत्र के मुख्य स्तंभ हैं और देश में हर व्यक्ति को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है।
उन्होंने कहा कि कोई व्यक्ति हिंदू हो, सिख हो, बौद्ध हो, मुस्लिम हो, ईसाई हो या पारसी, सभी को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है। बतौर मुख्यमंत्री, मेरी जिम्मेदारी है कि मैं सभी का ख्याल रखूं। हम सभी की परवाह करते हैं।
जब वह यह बात कह रही थीं, तब विपक्षी भाजपा विधायकों ने सरकार विरोधी नारे लगाए। इस पर ममता बनर्जी ने भाजपा नेताओं से अपील की कि वे "हिंदू कार्ड" न खेलें, क्योंकि पश्चिम बंगाल में हर त्योहार पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता है।
मुख्यमंत्री ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि आपका आयातित हिंदू धर्म हमारे प्राचीन वेदों या संतों में कहीं नहीं मिलता। भाजपा नकली हिंदुत्व ला रही है।
उनके इस बयान के बाद विधानसभा में सत्ताधारी दल और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली।